आयुर्वेदों में बताया गया है कि, मानव शरीर में अधिकांश बीमारियों का कारण पेट के रोग से होते हैं और प्रमुख कारण पेट के रोग का कब्ज ही होता है। यदि आप भी कब्ज और उससे होने कई अन्य समस्याओं से पीड़ित हैं, तो यहां बताए गए आयुर्वेदिक नुस्खे की मदद से आप ही इन समस्याओ से छुटकारा पा सकेगे।
आवश्यक सामग्री – छोटी काली हरड़ 250 ग्राम ले। इसे पानी में डाल दीजिये, जो हरड़ पानी में डूब जाएं उसे लेना है। बाकि जो ऊपर तैरने लगे उसे फेंक देना चाहिए। फिर डूबी हुई हरड़ को पानी से निकाल लें। दो नींबू का छना हुआ रस एक गिलास खट्टी छाछ में डाल दें। फिर 10 ग्राम पीसा सेंधा नमक डाल कर हरड़ डाल दे। करीब 48 घंटे तक इसे ढाक कर रखें। इसके बाद हरड़ निकाल कर धूप में सुखा कर कूट पीस कर महीन चूर्ण कर लें।
बनाये हुए इस चूर्ण को 1 कप गर्म पानी के साथ एक चम्मच रात को सोते समय लें। अगर कब्ज की परेशानी ज्यादा हो तो चूर्ण और पानी की मात्रा आवश्यकता के अनुसार बढ़ा सकते है। इस उपाए को साल भर तक रोजाना रात को सोते समय लेते रहें। इससे कोई भी नुकसान स्वास्थ को नहीं होगा। हरड़ का उपयोग उन लोगों के लिए एक वरदान है जो हमेशा कब्ज से पीड़ित रहते हैं। जिन्हें न खुलकर भूख लगती है और न दोनों वक्त ठीक से शौच होता है। यह पाचन शक्ति को ठीक रखने, गैस बनना, पेट साफ रखने, भूख बढ़ाने और सारे पेट के रोगों को दूर रखने वाला बहुत गुणकारी उपाए है। जिन लो इस उपाय को नहीं कर सकते है, वे केवल हरड़ का ही उपयोग करें, क्योंकि हरड़ के सेवन के भी कई लाभ मिलते हैं।