बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए इटली के एक क़स्बे में पारंपरिक रूप से पिज़्ज़ा बनाने पर अस्थायी रूप से रोक लगायी गई है. नेपल्स के ठीक बाहर मौजूद सैन विटेलियानो के मेयर ने एक आदेश जारी कर बेकरियों और भोजनालयों में लकड़ी से जलने वाले चूल्हों पर रोक लगा दी है, इनमें पिज़्ज़ा बनाने दुकाने को भी शामिल किय गया हैं. वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उन्हें विशेष फ़िल्टर लगाने होंगे. ये क़दम हवा की गुणवत्ता गिरने पर “अधिकतम चिंता” की वजह से उठाए गए हैं और यह शासनादेश 31 मार्च तक लागू रहेंगे. फिर भी अगर नई फ़िल्टर प्रणालियां नाकाम रही तो, इन्हें फिर लागू किया जा सकता है.
प्रतिबंध को लागू करने के लिए पुलिस जांच करती रहेगी और मेयर के आदेश का उल्लंघन करने पर 1032 यूरो (करीब 74,944 रुपए) का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. सैन विटेलियानो हवा की ख़राब गुणवत्ता की यह पुरानी समस्या है. यह बीजिंग से भी अधिक प्रदूषित है. आमतौर पर पड़ोसी नेपल्स को हवा की गुणवत्ता के मामले में इटली का सबसे बड़ा अपराधी माना जाता है.
2015 में सैन विटेलियानो ने उत्सर्जन सीमा को 114 बार पार किया . इसके मुक़ाबले मिलान ने 86 बार उत्सर्जन सीमा को पार किया. इस पर किसीको भी यक़ीन नहीं कि पिज़्ज़ा बनाना ही समस्या की सबसे बड़ी जड़ है. स्थानीय निवासियों और पिज़्ज़ा बनाने वालों ने रविवार के दिन मेयर के फ़ैसले के ख़िलाफ़ टाउन हॉल के आगे प्रदर्शन किया. हालांकि बताया जा रहा है, ‘धुंए की वजह पिज़रीज़ नहीं हो सकती. सैन विटेलियानो के मुक़ाबले नेपल्स में कई पिज़रीज़ (पिज़्ज़ा बनाने दुकान) हैं लेकिन वहां प्रदूषण स्तर ऐसा नहीं है.’