कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हें नई जगहों पर घूमना और नए लोगों से बातचीत करना बहुत अच्छा लगता है। अगर आपको भी घूमना पसंद है तो आप भी टूर गाइड बनकर अपना कैरियर बना सकते हैं। टूर गाइड बनकर आप न सिर्फ अपने घुमने की इच्छा पूरी कर सकते हैं, बल्कि इसके जरिए अच्छी कमाई भी की जा सकती है। वैसे भी आज के दौर में पर्यटन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा माना जाता है। इसलिए एक टूर गाइड बनकर आप अपने व देश के विकास में सहयोग करें−
जरूरी हैं कुछ कौशल भी
एक टूर गाइड को शारीरिक व मानसिक रूप से सक्षम होना बेहद आवश्यक है। क्योंकी टूर गाइड को आपने काम के चलते बहुत अधिक घूमना-फिरना पड़ता है। यही नहीं टूर गाइड की कम्युनिकेशन स्किल भी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि टूर गाइडिंग के काम में नई जगहों, लोगों व क्लाइंट्स के साथ घूमना होता है। साथ ही किसी भी विपरीत परिस्थिति को अच्छी तरह से हैंडल करना आना चाहिए। इसके आलावा जिस जगह जाना हो उस जगह से जुडी जानकारी पहले से ही होनी जरूरी है, तभी आप अपने क्लाइंट को अच्छी को अच्छी तरह बता पायंगे और क्लाइंट आपके काम से खुश होंगे। अगर आप इस क्षेत्र में और आगे बढ़ना चाहते हैं तो कुछ क्षेत्रीय, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय भाषाओं का ज्ञान ले लें। ऐसे में आप सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में टूर गाइड बन पाएंगे।
योग्यता
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा टूर गाइड के लिए ट्रेनिंग कोर्स कराया जाता है। इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपका किसी भी कॉलेज से ग्रेजुएट होना आवश्यक है। आप चाहें तो टूरिज्म या हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में भी तीन साल का कोर्स करने के बाद इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। ऐडमिशन के पहले एक टेस्ट लिया जाता है और टेस्ट में कम से कम 50% स्कोर करना आवश्यक होता है। कोर्स की अवधि करीब दो वर्ष की होती है तथा कोर्स पूरा हो जाने के बाद सर्टिफिकेट व लाइसेंस प्रदान किया जाता है। यह पर्यटक गाइड लाइसेंस राज्य व केन्द्र सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा दोनों स्तर पर जारी किए जाते हैं। अगर आप चाहें तो विभिन्न यूनिवर्सिटी व प्राइवेट संस्थानों द्वारा भी बारहवीं के बाद टूर एंड ट्रैवल में स्नातक, डिप्लोमा व शॉर्ट टर्म कोर्स करके भी इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं।
संभावनाओं का संसार
चूंकि पर्यटन कार्य देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है, इसलिए सरकार द्वारा भी पर्यटन क्षेत्र को काफी बढ़ावा दिया जाता है। इस वजह से इस क्षेत्र में काम की कोई कमी नहीं है। दरअसल, केन्द्रीय व राज्य सरकारों का पर्यटन विभाग आवश्यकता के अनुसार टूर गाइड को काम देता है। ऐसे में अगर आप चाहें तो भारत पर्यटन विकास निगम व राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा स्वीकृत नौकरियों के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वहीं प्राइवेट सेक्टर में भी आप नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। वैसे टूर गाइड के लिए ऑनलाइन दुनिया में भी नौकरी की कोई कमी नहीं है। विभिन्न टूरिंग वेबसाइट भी लोगों की सुविधा के लिए उन्हें टूर गाइड सेवाएं प्रदान करती हैं। अगर आप किसी कंपनी में नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो विभिन्न कंपनियों में बतौर फ्रीलांसर भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं।
आमदनी
इस क्षेत्र में आपको सैलरी आपके ज्ञान, मेहनत, व अपने स्किल्स के अनुसार मिलेगी है। यदि आप किसी कंपनी में काम कर रहे है तो दस से बीस हज़ार महिना शुरुआत के दिनों में कमा सकते हैं। वहीं फ्रीलांसर के तौर पर आपकी आमदनी आपको मिलने वाले काम पर निर्भर करेगी। वैसे एक फ्रीलांसर आमतौर पर एक दिन का हजार रुपए या उससे भी अधिक कमा सकता है। वीकेंड के सीजन में आप चालीस से पचास हजार रुपए प्रतिमाह भी कमा सकते है।