डॉ. के. के. अग्रवाल जो की इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) के महासचिव है। इनका कहना है कि युवा महिलाओं को कम से कम एक बार हफ्ते में गुड़ और चना खाना चाहिए। डॉ. के. के. अग्रवाल ने कहा कि गुड़ में आयरन सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है और चने में प्रोटीन सर्वाधिक मात्रा में पाया जाता है। गुड़ और चना दोनों मिलकर स्त्रियों की मासिकधर्म के समय छय होने वाले ब्लड को पूरा करने में मदद करता हैं।
डॉ. के. के. अग्रवाल ने “ऑल इंडिया वूमेन कांफ्रेंस” द्वारा आयोजित एक व्याख्यान में कहा की, “प्रत्येक स्त्रियों को माघ के महीने में हर दिन कम से कम 40-60 मिनट धूप में बैठकर गजक या तिल के लड्ड खाने चाहिए क्यूंकि तिल में अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। जिससे महिलाओं के शरीर में विटामिन डी और कैल्शियम की कमी पूरी होती है”।
क्या आप जानते है सिर्फ एक कली लहसुन की रोज खाने से क्या होता है कमाल
भारतीय रसोईघर में पाया जाने वाला लहसुन जो की गुणों से भरपूर एवं सब्जियों के स्वाद का राजा है जो की सर्वाधिक घरो में प्रयोग किया जाता है। लोग लहसुन को सिर्फ मसाले के साथ भोजन में ही प्रयोग करते हैं। परन्तु इसके अलावा यह लहसुन और भी अनेक प्रकार से प्रयोग में आता है जैसे की औषधि के रूप में भी यह लहसुन उतना ही फायदेमंद है।
लहसुन की महक बहुत ही तेज और स्वाद में तीखा होता है। लहसुन में “एलियम” नाम का “एंटीबायोटिक” होता है जिसमें अनेक प्रकार के रोगों से लड़ने की छमता है।
1) लहसुन के नियमित सेवन से रक्तचाप अधिक या कम होने की स्तिथि नहीं होती है।
2) एसिडिटी और गैस्टिक की समस्या में भी लहसुन का प्रयोग बहुत ही लाभप्रद होता है।
3) रोज लहसुन के नियमित रूप से सिर्फ पांच कलियों के सेवन से हृदय संबंधी रोगों की संभावना कम होती है।
4) लहसुन को पीसकर त्वचा पर लेप बनाकर लगाने से विषैले कीड़ों के डंक मारने या काटने से होने वाली जलन में कम राहत मिलती है।
5) सर्दी और जुकाम में लहसुन के प्रयोग से अद्दभुत उपकार करता है।
6) गठिया और अन्य जोड़ों के रोग में लहसुन का प्रयोग अत्तयंत ही लाभप्रद है।
7) लहसुन इतने प्रकार के गुड़ पाए जाते है कि जो लोग नियमित रूप से लहसुन का सेवन करते है उनके दांत, त्वचा, नाखून, बाल व त्वचा का रंग कभी भी कमज़ोर नहीं होता हैं।
8) लहसुन के नियमित सेवन से पेट के कीड़े मर जाते है एवं खांसी भी दूर हो जाती है।
9) लहसुन के सेवन से कब्ज एवं आंखों के रोग को दूर करने लाभदायक है।
दो कलियाँ लहसुन की भून लें और सफेद जीरा व सौंफ, सैंधा नमक को मिलाकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण का सेवन प्रदीन सुबह खाली पेट गुनगुने गर्म पानी के साथ करें। लहसुन की चटनी बनाकर खाना चाहिए और लहसुन को कूच कर पानी में घोल पीना चाहिए। लहसुन से सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ता है बल्कि लहसुन हमारे शरीर के लिए एक औषधी के रूप में भी काम करता है। लहसुन में सर्वाधिक मात्रा में विटामिन, खनिज, प्रोटीन, लवण, आयरन और फॉस्फोरस व विटामिन ए.बी. व सी. भी पाए जाते हैं।