आए दिन गर्मियों में आग लगने की घटना होती रहती है। ऐसे में हमें सोचना चाहिए कि हम घर, ऑफिस, कार आदि में लगने वाली आग से निपटने के लिए कितने तैयार हैं? आज हम आपको फायरप्रूफ रहने के तरीके एक्सपर्ट्स की मदद से बताने की कोशिश कर रहे हैं…
मार्किट में अब जो नए AC आ रहे हैं वो लेटस्ट टेक्नॉलजी वाले हैं। ये अपने आप ऑटो कट होते रहते हैं, इसलिए अगर इन्हें 24 घंटे भी चलाएं तो ये खराब नहीं होते। फिर भी अगर AC की ठीक से देखभाल न की जाए तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। AC आमतौर पर 15 एंपियर तक करंट झेल सकता है। अच्छी तरह से मेंटेन किया हुआ एसी 12 एंपियर का करंट लेता है, जबकि अगर AC को बिना सालाना सर्विसिंग किए चलाया जाए तो वह 18 एंपियर तक का करंट लेता है। इस कारण न सिर्फ वायर पर लोड बढ़ता है, बल्कि एसी जल भी सकता है। इसके अलावा, शॉर्ट सर्किट से घर में आग भी लग सकती है। जब न्यूट्रल, फेज और अर्थ, तीनों वायर या कोई दो वायर आपस में टच हो जाती हैं तो शॉर्ट सर्किट होता है।
क्या करें – एसी के लिए हमेशा MCB यानी मिनिएचर सर्किट ब्रेकर स्विच लगवाएं। नॉर्मल या पावर स्विच में एसी का प्लग न लगाएं। एमसीबी के बेस्ट ब्रैंड एंकर, हैवल्स, बैनटेक्स-लिंगर हैं। सीजन शुरू होने से पहले एसी की सर्विसिंग जरूर कराएं। हो सके तो सीजन के बीच में भी एक बार सर्विसिंग कराएं। जब भी सर्विसिंग कराएं, ट्रांसफॉर्मर आदि का प्लग खुलवा कर चेक कराएं कि कहीं कोई वायर ढीली तो नहीं। एसी से आग की एक बड़ी वजह तारों के ढीला होने से उनमें स्पार्क होना है। एसी या इलेक्ट्रॉनिक सॉकेट के पास पर्दा न लगाएं क्योंकि स्पार्क होने पर पर्दा आग पकड़ सकता है। एसी को रिमोट से बंद करने के बाद उसकी MCB को भी बंद करना चाहिए। एसी को लगातार 12 घंटे से ज्यादा न चलाएं। खिड़की-दरवाजे खोलकर एसी न चलाएं।
वायर और सर्किट: लोग अक्सर घर में वायरिंग कराते समय पैसे बचाने के चक्कर में अक्सर सस्ती वायर डलवा देते हैं। यही नहीं, एक बार वायरिंग कराकर हम निश्चिंत हो जाते हैं और उसे अपग्रेड नहीं कराते, जबकि वक्त के साथ घर में इलेक्ट्रिक गैजेट्स बढ़ाते जाते हैं। बड़ा टीवी, बड़ा फ्रिज, ज्यादा टन का एसी, माइक्रोवेव आदि। घर में लगी पुरानी वायर इतना लोड सहन नहीं कर पाती और शॉर्ट सर्किट हो जाता है। घरों में आग लगने का सबसे बड़ा कारण यही होता है।