ज्यादातर लोगों को ये तो मालूम होता है कि उन्हें जितनी नींद की जरूरत है उतनी नहीं लेते और कितनी नींद लेनी चाहिए यह भी नहीं पता होता है। अभी हाल में ही संयुक्त राज्य अमरीका में हुए शोध से ये पता चला है की व्यक्ति को नींद की कितनी जरूरत है ये तो उनकी उम्र पर ही निर्भर करता है।
एनर्जी ड्रिंक का सेवन, नियमित जीवनशैली का अभाव, शराब, और कॉफी इस प्रकार की चीजें है जो की आपके प्रतिदिन की दिनचर्या को प्रभावित कर सकते हैं।
1.“0 से 3 महीने तक के नवजात शिशु” :- नवजात शिशुओं को प्रतिदिन 14 से 17 घंटे तक की नींद लेनी चाहिए।
2.“4 से 11महीने तक के शिशु” :- शिशुओं को 12 से 15 घंटे तक की नींद लेनी चाहिए।
3.“1 से 2 साल तक के छोटे बच्चे” :- छोटे बच्चो को 11 से 14 घंटों की नींद रोजाना लेनी चाहिए।
4.“3 से 5 साल तक के स्कूल में जाने से पहले की उम्र के छोटे बच्चे” :- इन बच्चो के लिए 10 से 13 घंटों तक की नींद की प्रतिदिन नियमित तौर पर लेनी चाहिए।
5.“6 से 13 साल तक के स्कूल में जाने की उम्र के छोटे बच्चे” :- ‘नेशनल स्लीप फाउंडेशन (एनएसएफ)’ ने इन बच्चों के लिए 9 से 11 घंटे तक की नींद रोज नियमित रूप से लेने की सलाह दी है।
6.“14 से 17 साल तक की किशोरावस्था” :- इन बच्चो को 8 से 10 घंटे तक की नींद रोजाना लेनी चाहिए।
7.“18 से 25 साल तक के नौजवान वयस्क” :- नौजवान वयस्क बच्चो को 7 से 9 घंटों तक की नींद पूरी करनी चाहिए।
8.“26 से 64 साल तक के अधेड़” :- अधेड़ लोगो के लिए भी नौजवान व्यस्कों की ही भांति 7 से 9 घंटों तक की नींद पूरी करनी चाहिए।
9.“65 साल से अधिक के बुजुर्ग” :- बुजुर्गों को 7 से 8 घंटे तक की नींद प्रतिदिन पूरी करनी अतिअवाशायक है।
उम्र के हिसाब से नींद की कमी स्वास्थ्य और रोजमर्रा की कामकाजी ज़िंदगी को अति प्रभावित कर सकती है। एनएसएफ़ के विशेषज्ञों ने अच्छी नींद की सलाह देते हुए निम्न सलाहों पर अमल करने की बात करते हैं-
नियमित समय पर नींद पूरी लेना और समय से उठना
समय से सोने की आदत होना
प्रतिदिन नियमित व्यायाम करना
बेडरूम में ध्वनि, तापमान और प्रकाश का उचित संतुलन होना
आराम देने वाले तकिए और गद्दे का प्रयोग करना
कॉफ़ी और शराब का सेवन ना करना
सोने से पूर्व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों मोबाईल, कम्पुटर, आदि को बंद करना