एक शोध में सामने आया कि चाहे कोई भी उम्र हो यादाश्त कमजोर होना एक आम बात हो गई है। ऐसे में आप चाहे किसी भी उम्र के हो अगर सही समय पर ध्यान दिया जाए तो दिमाग की बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। जानिए ऐसे कौन से तरीक हैं जिससे हर उम्र में यादाश्त को बरकरार रखा जा सकता है। शोधकर्ता का कहना है कि शारीरिक सेहत और दिमागी सेहत दोनों साथ-साथ चलती हैं। ऐसे में आवश्यक हो जाता है अगर यादाश्त बराबर सही रखनी है तो नियमित कसरत करें।
हालांकि शोधकर्ता ये नहीं बताते कि कितनी कसरत कि जाए जिससे दिमाग स्वस्थ रहे। लेकिन एक निश्चित समय के लिए रोजाना करना जरुरी है। मैकआर्थर की स्टडी बताती है कि लगातार सीखते रहने से लंबे समय तक यादाश्त कायम रहती है। इसके लिए कुछ ना कुछ पढ़ते रहेन चाहिए। किसी भी नई हॉबी अपना लें और उसे सीखें। हर रोज होने वाली आसपास की घटनाओं से खुद को लैस रखें। हारवर्ड मेडिकल स्कूल में हुए इस शोध में बताते हैं कि सिगरेट पीने वाले व्यक्ति लोगो के नाम और चेहरे जल्दी भूल जाते हैं। सिगरेट पीने का सीधा संबंध तनाव से होता है और तनाव यादाश्त को खराब करता है। इसके साथ ही तनाव स्ट्रोक और हाइपरटेंशन के खतरे को दुगना बढ़ा देता है जोकि यादाश्त के लिए खतरनाक है।
स्वस्थ आहार मस्तिष्क को तंदुरुस्त रखता है। ढेर सारे फल और सब्जियों का सेवन करना सेहतमंद होता है। शोधकर्ता के अनुसार रात में 6 से 8 घंटे की नींद पर्याप्त है। ये मस्तिष्क के लिए अत्यंत जरुरी है। इससे यादाश्त बनाए रखने में मदद मिलेगी। विटामिन सी, ई और बीटा कैरोटीन की गोलियां लेते रहें, ये भी बेहतर यादाश्त के लिए आवश्यक है। दोस्तो, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों के साथ रहने से यादाश्त मजबूत करने में सहायता मिलती है। बुढ़ापे में हो या फिर किसी भी उम्र के हो, सामाजिक आस-पास का सहयोग बहुत जरुरी है किसी के भी विकास में। दिमागी सेहत और यादाश्त भी इसी से सम्बंधित है।