बेंगलुरु। कर्नाटक के रायचूर का एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहाँ एक चार साल के बच्चे के पेट से डॉक्टरों ने देवी लक्ष्मी की मूर्ति निकाली। देवी लक्ष्मी की मूर्ति को बच्चे ने लील लिया था।
बच्चे क पड़ोसी वाराणसी गए हुए थे और वही से वो लक्ष्मी कि मूर्ति खरीद कर लाये थे और बच्चे को यह मूर्ति गिफ्ट में दे दी थी। बच्चे के पिता प्राइमरी स्कूल में पढ़ाते हैं। वह बताते हैं, ‘यह मूर्ति बच्चे को पांच दिन पहले दी गई थी। उसे यह बहुत पसंद थी और वह इसे हमेशा अपने साथ लेकर घूमता था। यहां तक कि वह इसे लेकर स्कूल भी जाता था।’
बच्चा गुरुवार को अपनी बहन के साथ बाहर खेल रहा था, कि तभी उसके पेट में अचानक दर्द हुआ और उसने इस बारे में अपनी माँ को बताया। बच्चे को तकलीफ में देखकर उसकी माँ को आशंका हुई कि बच्चे ने कही मूर्ति तो नही निगल ली और इसलिए उसकी माँ पुरे घर में मूर्ति खोजने लगी, जब उसे मूर्ति नहीं मिली तो वो समझ गयी कि बच्चे ने मूर्ति निगल ली है और वह तुरंत बच्चे को डायग्नोस्टिक सेंटर लेकर गई।
वहां बच्चे का एक्स-रे हुआ और एक्स-रे रिपोर्ट में ये बात सामने आ गयी की बच्चे ने 4 सेमी.x3 सेमी. की मूर्ति निगल ली है, जो उसके पेट में जाकर फंस गई है। डॉक्टर्स का कहना था कि बच्चा भाग्यशाली है जो मूर्ति उसकी छोटी आंत तक नहीं पहुंची वरना ज्यादा दिक्कत भी हो सकती थी। डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें इस बात की भी जानकारी नहीं थी की मूर्ति किस मटेरियल की बनी है तथा मूर्ति में मौजूद विषैले केमिकल्स बच्चे को हानि न पंहुचा दे इस बात का भी डर था। इसलिए उन्होंने मूर्ति को तुरंत पेट से निकलने का निर्णय किया।
बच्चे की उम्र बहुत कम होने की वजह से डॉक्टर्स ने सर्जरी का फैसला करने के बजाये एंडोस्कोपी के जरिए मूर्ति निकालने का फैसला किया। इसके बाद डॉक्टर्स ने एंडोस्कोप के आगे एक छोटी सी जाली फिट कर मूर्ति निकाल ली। बच्चे के पेट से मूर्ति निकलने की इस प्रक्रिया में लगभग आधा घंटा लगा।