आजकल अगर कुछ ज्यादा ही बीमारियां परेशान कर रही है तो आपको मान लेना चाहिए कि शरीर के लिए जो आवश्यक तत्व हैं उसकी पूर्ति सही मात्र में नहीं हो पा रही है। आवश्यक तत्वों में आयरन, कैल्शियम आदि बहुत जरुरी तत्व है शारीरिक विकास और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ये जरुरी है। पोटैशियम की कमी से शरीर में कई सारी बीमारियां प्रवेश करने लगती हैं। जानिए उन शारीरिक आदतों को को आपको पोटैशियम की कमी लबरे में बतायेगी हैं इसके साथ आपको इस बात का भी पता चल जायेगा की पोटैशियम की जरुरत कब है। सबसे पहला असर पोटैशियम की कमी होने पर जो देखा जा सकता है वो ये है कि मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है और साथ ही खिंचाव भी होने लगता है। यदि इस समस्या पर समय रहते ध्यान ना दिया जाए तो मांसपेशियों से संबंधित बड़ी समस्या का सामने करना पड़ सकता है।
पोटैशियम दिल की मांसपेशियों को अच्छे से कार्य करने में काफी हद तक मदद करता है लेकिन जब शरीर में पोटैशियम की कमी हो जाती है तो दिल की धड़कन बढ़ने लगती है। दरअसल कई बार तो दिल की धड़कन अनियंत्रित हो जाती है। ये बात बहुत कम ही लोगो को पता होगी कि पाचन शक्ति का खराब होना या फिर पेट का फूलना भी पोटैशियम की कमी का एक लक्ष्ण होता है। पेट की मांसपेशियां पोटैशियम की कमी शरीर में होने से खराब हो जाती है जिसकी वजह से शरीर में कई तरह की बीमारी व दिक्कते होने लगती है और शरीर को अस्वस्थ हो जाता है।
हालांकि अपने पहले पढ़ ही लिया होगा की पोटैशियम की कमी से पानी और इलेक्ट्रोलाइट के बीच संतुलन को बनाये रखना बहुत मुश्किल हो जाता है जिसकी वजह से बहुत अधिक प्यास लगने लगती है। तो इस पर गौर जरुर करियेगा जब भी आपको बहुत ज्यादा प्यास लगे क्योकि ये इशारा पोटैशियम की कमी का हो सकता है। इसके अलावा भी अगर आपके बाल काफी तेजी से गिर रहे हैं तो इसकी वजह पोटैशियम की कमी हो सकती है। ये तो बात हुई लक्षणों की। अब हम आपको बताते हैं कि पोटैशियम की कमी को बिना दवाईयों के कैसे बड़ी आसानी से पूरा किया जा सकता है। अगर आप रोजाना के खान में कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें आप खाने में शामिल कर लें तो आपको कभी भी पोटैशियम की कमी नहीं होगी। जैसे आलू, केले, मछली, राजमा, और दूध आदि को पर्याप्त मात्रा में खाएं, को इससे पोटैशियम की कमी दूर होगी।