वर्तमान समय में अगर आपके पास पैसे नहीं ही तो कुछ भी नहीं कर सकते है। कई बार लगातार पैसों के नुकसान की वजह वास्तु संबंधी दोष भी हो सकते हैं। वास्तु संबंधी दोष से घर में की परेशानिया आ सकती है। वास्तु के कई कारणों को ध्यान में रख कर पैसों के नुकसान को रोका जा सकता है।
1. धन रखने की दिशा में परिवर्तन – धन की बढोतरी और बचत के लिए तिजोरी या फिर आलमारी जिसमें पैसे रखते हों, उसे दक्षिण दिशा में इस तरह रखें की इसका मुंह उत्तर दिशा की ओर रहे। धन में वृद्धि के लिए तिजोरी का मुंह उत्तर दिशा की ओर रखना सबसे बेहतर माना जाता है।
2. नल से पानी का टपकना – घरों की नलों में से पानी का टपकना बहुत आम बात होती है। इस वजह से बहुत से लोग इसे अनदेखा कर जाते हैं, लेकिन नल से पानी का टपकते रहना भी वास्तुशास्त्र में आर्थिक हानि का बड़ा कारण माना गया है। वास्तु के नियमों के मुताबिक, नल से पानी का धीरे धीरे टपकते रहना धन के नुकसान का संकेत माना जाता है। इस कारण अगर नल में खराबी आ जाने पर तुरंत बदल देना चाहिए।
3. बेडरूम में धातु की चीजें लगाएं – अपने बेडरूम में दरवाजे के सामने वाली दीवार के बाएं कोने पर धातु की कोई चीज लटकाना चाहिए। वास्तुशास्त्र के नियमों के मुताबिक, यह स्थान भाग्य और संपत्ति का क्षेत्र माना जाता है। इस दिशा में दीवार पर दरारें आदि नहीं पड़नी चाहिए। इस दिशा में दीवारों का कटा होना भी आर्थिक हानि का कारण बनता है
4. घर में कबाड़ न रखें – घरो में कबाड़ या टूटे फूटे बर्तनों का होना घर में नेगेटिव ऊर्जा को फैलता है। घर के फर्नीचर या टूटा हुआ पलंग, अलमारी या लकड़ी का अन्य सामान भी घर में नहीं रखना चाहिए, इससे आर्थिक लाभ में नुकसान होता है और खर्चे भी बढ़ता है। घर की छत पर या सीढ़ियों के नीचे कबाड़ जमा करके रखना भी आर्थिक हानिका कारण होता है।
5. ध्यान रखें पानी की निकासी – वास्तुशास्त्र के नियम के अनुसार, पानी की निकासी कई चीजों को प्रभावित करती है। जिन लोगो के घर में पानी की निकासी दक्षिण या पश्चिम दिशा में होती है उन्हें आर्थिक समस्याओं के साथ अन्य बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। आर्थिक दृष्टि से उत्तर दिशा एवं पूर्व दिशा में जल की निकासी को शुभ माना गया है।