इन दिनों रिलेशनशिप में दूरियां आने की एक बड़ी वजह बन रहा है फबिंग। हाल ही में किये गए एक सर्वे के अनुसार, रिलेशनशिप में दूरी आने की वजह 23 फीसदी कपल में फबिंग पायी गई है। आखिर फबिंग किसे कहते हैं और ये रिलेशनशिप में कैसे दूरियां लती हैं, आइये जानते हैं…
क्या है फबिंग
फबिंग का मतलब है किसी की इगनोर करना है। आप अपने पार्टनर से बात करना चाहते हैं, लेकिन वह जब देखो फोन पर चिपका हो तो उसे फबिंग कहते हैं। अधिकतर ऐसा देखने को मिलता है कि हम अपने पार्टनर से कोई गंभीर बात कर रहे हों, लेकिन उनका ध्यान फोन पर लगा होता है। वो फोन में इतने मशगूल होते हैं कि आपकी तरफ देखते तक नहीं। जाहिर है उनकी ये हरकत आपको तकलीफ भी देती है और रिलेशनशिप को वीक भी करती है। इससे यह पता चलता है कि पार्टनर की दिलचस्पी आपसे ज्यादा लोगों से बतियाने में है, जो दिमाग में घर करती जाती है और फिर रिलेशनशिप टूटने की वजह बनती है। फबिंग शब्द दो शब्दों को जोड़कर बना है फोन + स्नबिंग = फबिंग। स्नबिंग अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है किसी की अनदेखी करना।
पार्टनर के सामने बात रखें
यदि आपका पार्टनर हमेशा फोन में बिजी रहता है। यहां तक कि पार्टी या दोस्तों के बीच में भी वह फोन पर लगा रहता है, तो उसे साफ शब्दों में कहें कि इस समय फोन बंद करके पार्टी एंजॉय करें। फोन तो पार्टी के बाद भी हो सकता है लेकिन दोस्त जो इस समय सब साथ बैठें है, वह पल दोबारा नहीं आएंगे। ऐसा बोलने से उसकी समझ में आएगा कि उसे इस समय क्या करना चाहिए।
जैसे को तैसा
वैसे तो ये हरकत बच्चो वाली हैं, पर अपने पार्टनर की ये आदत छुड़ाने के लिए ये भी करना पड़े तो कीजिए। इसके लिए जब भी आपका पार्टनर आपसे बात करने आये आप भी फ़ोन पर बिजी हो जाइये। इससे उन्हें एहसास होगा कि जब वो आपके साथ ऐसे पेश आते हैं, तो आपको कितनी तकलीफ होती होगी। कई बार किसी को समझाने के लिए आपको उसके जैसा ही बनना पड़ता है, यह आप भी कर सकती हैं।
उनके पसंदीदा विषय पर बात करें
अगर आपको लगे कि आपका पार्टनर फोन में बिजी होने वाला है, तो उससे पहले ही उनके किसी पसंदीदा सब्जेक्ट पर बातचीत शुरू कर दें। इस प्रॉब्लम का एक ही हल है और वह है कम्यूनिकेशन। सामने वाले का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए उनकी फेवरिट टॉपिक पर बात करने से शुरूआत करें।
फबिंग पर करें बात
अगर आपका पार्टनर फिर भी फोन में बिज़ी रहे तो उससे फबिंग पर ही बात शुरू करें। उनसे सवाल करें कि आखिर आप दोनों दिन का जितना भी वक्त साथ बिताते हैं, उस दौरान फोन का इस्तेमाल कितना करते हैं। साथ ही उनसे चर्चा करें कि वो किस तरह अपने बिजी शेड्यूल के बावजूद इस आदत से छुटकारा पा सकते हैं।