५० के दशक के जाने माने एक्टर थे भारत भूषण जिनकी गुड लुक्स और चार्मिंग पर्सनालिटी की लड़कियां दीवानी थीं। अपने दौर में उन्होंने एक से बढ़कर एक कई फिल्मों में काम किया। अपने दौर में उन्होंने राज कपूर, देव आनंद और दिलीप कुमार जैसे बड़े स्टार्स की तरह कई ऐसी फिल्मों में काम किया जिन्हें लोगों ने काफी पसंद किया था। सैकड़ों फिल्मों में काम करने वाले इस अभिनेता ने एक कदम ऐसा बढ़ाया कि कई कारों-बंगलों के मालिक भारत भूषण को अपने अंतिम सालों में बसों में धक्के खाने पड़े थे वह पाई-पाई को मोहताज हो गए थे। भारत भूषण के पिता रायबहादुर मोतीलाल पेशे से वकील थे, वह
अपने बेटे भारत को भी वकील बनाने का सपना देखा करते थे। लेकिन भारत का रुझान फिल्मी दुनिया की ओर था। लिहाजा,
भारत अलीगढ़ से ग्रैजुएशन करने के बाद किस्मत आजमाने मुंबई चले आए और यहीं से उनका संघर्ष शुरू हुआ। इसी बीच उन्हें रामेश्वर शर्मा ने अपनी फिल्म भक्त कबीर में काशी नरेश का रोल दिया और ६० रुपए महीना की नौकरी भी दी। पहली फिल्म से वह अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए थे। भारत भूषण ने ५०-६० के दशक में कई फिल्मों में काम किया। ये वो
दौर था जब उनकी किस्मत का सितारा चमक रहा था और जबरदस्त कमाई के साथ उन्होंने मुंबई में बंगलों और लग्जरी
गाड़ियां भी खरीदना शुरू कर दिया था। लेकिन इसी बीच उनके बड़े भाई रमेश ने उन्हें फिल्में प्रोड्यूस करने को कहा और भारत ने उनका कहना माना और कई फिल्में प्रोड्यूस कीं। जिनमें उनकी दो फिल्में बसंत बहार और बरसात की रात सुपरहिट भी हुईं। भारत अब फिल्मी दुनिया में बड़ा नाम बन चुके थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो भारत के लिए प्रोड्यूसर बनना बहुत बड़ी गलती साबित हुई। उनके द्वारा प्रोड्यूस की गई पहली दो फिल्में तो चल गईं लेकिन उसके बाद उन्होंने जो भी फिल्में बनाई वो दर्शकों का दिल जीतने में नाकामयाब रही। यहीं से उनका करियर डूबने लगा एक्टर से प्रोड्यूसर बनने की गलती ने उन्हें एक झटके में अर्श से फर्श तक पहुंचा दिया। वह पाई-पाई के मोहताज हो गए थे, वक्त ऐसा भी आया कि उन्हें बसों में धक्के खाने पड़े थे।
एक्टिंग के लिए पढ़ाई छोड़ दी थीं: करीना
बॉलीवुड की अभिनेत्री करीना कपूर खान अपने फिल्मी करियर से बेहद खुश हैं और खास बात तो ये है कि हॉलीवुड जाने की उनकी कोई इच्छा नहीं हैं। यकीनन वो…